Physics Branches
प्रिय पाठकों ! आज का विषय बहुत ही रोमांचक और आनंदमयी होगा क्योंकि आज के इस पोस्ट में हम एक ऐसे विषय को सरल तरीके से पढ़ने की कोशिश करेंगे जो कि हमारे आस - पास लोगो के कहने से वह आपको कठिन लगता है | वह विषय विज्ञान के प्रभाग का ही हिस्सा है , जिसे भौतिक विज्ञान कहा जाता है | भौतिक विज्ञान के अध्ययन को सरल व सहज बनाने के लिए वैज्ञानिकों ने इसे विभिन्न शाखाओं में विभाजित किया गया है | आईये हम इसी के बारे में जानेंगे |
भौतिक विज्ञान की शाखाएँ( Branches of Physical Science)
भौतिकी को मुख्य रूप से दो भागो में विभाजित किया जा सकता है ---
1. चिरसम्मत भौतिकी(Classical Physics) 2. आधुनिक भौतिकी(Modern Physics)
1.चिरसम्मत भौतिकी (Classical Physics)--
1900 ई० से पूर्व जो भौतिक ज्ञान अर्जित किया गया था और तत्सम्बन्धी जो नियम तथा सिद्धांत प्रतिपादित किये गये थे ,उनका समावेश चिरसम्मत भौतिकी में किया गया | उस समय के विचारधारा के प्रेरणाश्रोत गैलीलियो (1534-1642ई०) तथा न्यूटन (1642-1727ई०) थे | इसकी प्रमुख उपशाखाएँ यांत्रिकी ,ध्वनिकी ,ऊष्मागतिकी ,विद्दुतचुम्बकत्व और प्रकाशिकी है --
(A). यांत्रिकी (Mechanics)--
भौतिक विज्ञान की इस शाखा में पदार्थ के गुणों तथा प्रकाश की अपेक्षा निम्न चाल से चलने वाली वस्तुओं की गति का अध्ययन किया जाता है |
(B). ध्वनिक(Acoustic)--
भौतिक विज्ञान की इस शाखा के अन्तर्गत तरंग गति एवं ध्वनि का उत्पादन तथा संचरण का अध्ययन किया जाता है|
(C). ऊष्मागतिकी (Thermodynamics)--
इस शाखा के अन्तर्गत ऊष्मा की प्रकृति ,संचरण एवं उसके कार्य में परिवर्तन का अध्ययन किया जाता है |
(D). प्रकाशिकी (Optics)-
भौतिक विज्ञान की इस शाखा में प्रकाश तथा उसके उत्पादन , संचरण एवं संसूचन से संबंधित सभी घटनाओं का अधययन किया जाता है | प्रकाश में घटित होने वाली घटनाएँ परावर्तन , अपवर्तन ,व्यतिकरण , विवर्तन तथा ध्रुवण हैं |
(E). विद्दुत-चुम्बकत्व (Electromagnetism)--
इस शाखा में वैद्दुत चुम्बकत्व एवं वैद्दुतचुम्बकीय विकिरण एवं उनमे घटित होने वाली घटनाओ का अध्ययन किया जाता है |
2. आधुनिक भौतिकी(Modern Physics) --
सन 1900 ई ० के पश्चात् अनेक ऐसे तथ्य ज्ञात हुए, जिनको चिरसम्मत भौतिकी के ढाँचे में सम्मिलित करना कठिन है | अतः इन नए तथ्यों के अध्ययन करने और उनकी गुत्थियो को सुलझाने में भौतिकी की जिस शाखा की उत्पति हुई उसको आधुनिक भौतिकी कहते हैं | आधुनिक भौतिकी का सीधा सम्बन्ध द्रव्यसंरचना से है | इसकी प्रमुख उपशाखाए इस प्रकार हैं---
(i). परमाणु और नाभिकीय भौतिकी (Atomic and Nuclear Physics)--
इस शाखा के अन्तर्गत परमाणु एवं नाभिक की संरचना और उसके कणों के की अन्योन्यक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है |
(ii). क्वान्टम यान्त्रिकी(Quantum Mechanics) --
भौतिकी की यह विशेष प्रकार की यांत्रिकी है ,जिसमे परमाणुओं ,अणुओं और नाभिकीय कणों के व्यवहार का अध्ययन किया जाता है |
(iii). आपेक्षिकता का सिद्धांत(Theory of Relativity-
सन 1905 ई० में अल्बर्ट आइंस्टीन ने आपेक्षिकता का विशिष्ट सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसमे उन नियमों का वर्णन है ,जो बहुत ही उच्च वेग से चलने वाली कणों की गति पर लागु होते हैं तथा कुछ वर्षों के पश्चात आपेक्षिकता का व्यापक सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसमे गुरुत्वाकर्षण की व्याख्या की गई |
(iv). कास्मोलोजी और अन्तरिक्ष अन्वेषण (Cosmology and Space Exploration)--
भौतिकी की इस शाखा में विश्व की उत्पति ,संरचना एवं विभिन्न खगोलीय पिण्डो की गति का अध्ययन किया जाता है | अन्तरिक्ष अन्वेषण में मानव निर्मित या कृत्रिम उपग्रहों का प्रक्षेपण तथा उनसे प्राप्त सुचना का विश्लेषण व अध्ययन किया जाता है |
|| धन्यवाद् ||
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